यह ब्लॉग खोजें

यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 16 जून 2012

दीप-वंदना


दीप ज्योति परम ज्योति दीप ज्योति जनार्दन: दीपो हरतु मे पापं दीप ज्योति नमोस्तुते! शुभं करोतु कल्याणं आरोग्यं सुख सम्पद:द्वेस बुद्धिर्विनासय आत्म ज्योति नमोस्तुते !!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें